देवघर: डीएवी, भण्डारकोला में शिक्षाविद एन डी ग्रोवर की 15 वीं पुण्यतिथि मनाई गई

गीता देवी डीएवी पब्लिक स्कूल, भंडारकोला में आर्य समाज सेवी, शिक्षाविद महात्मा नारायण दास ग्रोवर जी की 15 वीं पुण्यतिथि मनाई गई।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रातः कालीन सभा में उनके तस्वीर पर प्राचार्य, शिक्षकों एवं बच्चों ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें याद किया।
प्राचार्य डॉ विजय कुमार ने कहा कि ग्रोवर जी को डीएवी का गांधी कहा जाता था। बच्चों से उन्हें काफी लगाव था। वो झोले वाला बाबा के नाम से काफी चर्चित थे। उन्होंने शिक्षा जगत में 200 से अधिक शिक्षण संस्थानों की नींव रखी और कई लोगों के लिए रोजगार का मार्ग प्रशस्त किया।

अपना संपूर्ण जीवन संस्थान मे अवैतनिक कार्य कर शिक्षा जगत में एक अलग ही पहचान बनाई। वे न केवल एक कर्मयोगी कुशल प्रशासक, शिक्षक एवं सफल प्रशासक थे बल्कि एक समाज सेवक भी थे। उन्होंने झारखंड के खूंटी में दयानंद नेत्रालय खोल कई हजार लोगों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई। बाढ़ पीड़ितों, सुनामी पीड़ितों तथा भूकंप पीड़ितों की सहायता के लिए आगे आए। ऐसे मौके पर उस महामानव को विद्यालय परिवार की ओर से शत-शत नमन करता हूं।


इस कार्यक्रम में विद्यालय के शिक्षक सुचित कुमार घोष ने अपने संबोधन में कहा कि ग्रोवर साहब एक ऐसे महामानव थे जिन्होंने डीएवी जैसे संस्था के जरिए शिक्षा की अलख जगाते हुए शिक्षा को संस्कार और समाज से जोड़ा। आज हमें उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लेने का दिन है। उक्त आशय की जानकारी मीडिया प्रभारी अभिषेक सूर्य ने दी।